प्रकृति
डमरू वाले से लेकर,
मुरलीवाले तक की प्रकृति
हर जीव का अधार प्रकृति
कोई इस पेड़ पर निर्भर जीने के लिए
कोई इस पेड़ पर निर्भर देह त्यागने के लिए .....
इसी से होकर इसी में हो जाना प्रकृति
मुरलीवाले तक की प्रकृति
हर जीव का अधार प्रकृति
कोई इस पेड़ पर निर्भर जीने के लिए
कोई इस पेड़ पर निर्भर देह त्यागने के लिए .....
इसी से होकर इसी में हो जाना प्रकृति
माँ गौरी सी विनम्र प्रकृति
माँ काली सी प्रचंड प्रकृति
शक्ति का स्वरुप प्रकृति
प्रदुषण रहित स्वच्छ प्रकृति
हमारे परदादा की प्रकृति
रेडिएशन साथ यू वी रेज़ वाली
आज की हमारी प्रकृति
स्थिर नदी आग उगलते सूरज के साथ
हमारी आने वाली पीढ़ी की प्रकृति .....
हमारे परदादा की प्रकृति
रेडिएशन साथ यू वी रेज़ वाली
आज की हमारी प्रकृति
स्थिर नदी आग उगलते सूरज के साथ
हमारी आने वाली पीढ़ी की प्रकृति .....
100 साल पुरानी प्रकृति
या जो 100 साल बची भी नहीं वो प्रकृति
अब आप बताओ कौन सी प्रकृति ?
या जो 100 साल बची भी नहीं वो प्रकृति
अब आप बताओ कौन सी प्रकृति ?
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